रंजीत सिन्हा पाटलिपुत्र के एक अस्पताल मे गए, जहां उनकी पत्नी का कोरोना टेस्ट किया गया और रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद उन्हें ओपीडी में भर्ती किया गया लेकिन स्थिति बिगड़ने पर डॉक्टरों ने उन्हें आइसीयू में भर्ती करने के लिए कहा.

कोरोना संकट के बीच इलाज के अभाव में पीएमसीएच के डॉक्टर की पत्नी की मौत हो गई. दरअसल, बिहार  के पटना में पीएमसीएच के डॉक्टर रंजीत सिन्हा ने अपनी पत्नी के इलाज के लिए कई अस्पतालों में चक्कर लगाए लेकिन किसी ने उनकी पत्नी का इलाज नहीं किया. इस वजह से डॉ. रंजीत सिन्हा की पत्नी की मौत हो गई.

पीएमसीएच के डॉक्टर रंजीत सिन्हा की पत्नी शुगर और बीपी की मरीज थीं. उनका कोरोना  का टेस्ट भी कराया गया था, जिसमें उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी लेकिन इसके बाद भी किसी भी अस्पताल में उन्हें भर्ती नहीं कराया गया और इस वजह से उनकी मौत हो गई. डॉ. रंजीत सिन्हा ने पत्नी की तबियत बिगड़ने पर उन्हें पहले कुर्जी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए उन्हें दूसरे अस्पताल में जाने के लिए कहा.

इसके बाद रंजीत सिन्हा पाटलिपुत्र के एक अस्पताल मे गए, जहां उनकी पत्नी का कोरोना टेस्ट किया गया और रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद उन्हें ओपीडी में भर्ती किया गया लेकिन स्थिति बिगड़ने पर डॉक्टरों ने उन्हें आइसीयू में भर्ती करने के लिए कहा.

अपनी पत्नी की तबियत को लेकर चिंतित डॉक्टर बाद में उन्हें बेली रोड किनारे स्थित एक बड़े अस्पताल में ले गए लेकिन एक घंटे तक पूछताछ के बाद भी किसी ने उनकी पत्नी को भर्ती नहीं किया. इसके बाद वह उन्हें लेकर आईजीआईसी पहुंचे लेकिन वहां ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर ने उन्हें अच्छे सेंटर में ले जाने की सलाह दी लेकिन भर्ती नहीं किया. अंत में वह एम्स पहुंचे लेकिन वहां भी उन्हें आधे घंटे रोक कर रखा गया. इसी बीच उनकी पत्नी की गेट पर मौत हो गई. अब डॉक्टर रंजीन ने IMA को पत्र लिखकर प्राइवेट अस्पताल पर उचित कार्रवाई करने की मांग की है.

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