चांदनी चौक अब पूरी तरह से बदलने वाला है. शॉपिंग करने वाले लोगों को यहां की तंग गलियों में धक्के खाने की जरूरत नहीं होगी. वे सुकून से शॉपिंग कर सकेंगे. पहले की तरह अब आपको गाड़ियों के शोर सुनाई नहीं देंगे, साथ ही सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक नॉन मोटराइज्ड व्हीकल एरिया रहेगा. चांदनी चौक पुनर्विकास और सौंदर्यीकरण योजना के पूरा होने के बाद यहां की ऐतिहासिक शोभा वापस आएगी. हालांकि लॉकडाउन से पहले यहां रोजाना करीब 7 लाख लोगों का आवागमन होता था. इस बाजार में दूर दराज से लोग घूमने आते हैं. लॉकडाउन के बाद यहां के बाजार पर काफी प्रभाव पड़ा है.

चांदनी चौक मेन रोड पर ई-रिक्शा नहीं चलेंगे
परियोजना पूरी होने के बाद चांदनी चौक मेन रोड पर ई-रिक्शा नहीं चलेंगे. यह पूरी तरह से पैदल चलने वालों के लिए होगा. चांदनी चौक के अंदर आने-जाने के लिए केवल रिक्शा उपलब्ध होंगे. इसमें भी एमसीडी ने जितने रिक्शे रजिस्टर्ड किए हैं, वही रिक्शे चलेंगे.

पहले जहां चांदनी चौक पर आपको जगह जगह बिजली के तार और टूटी हुई पाइप-लाइन दिखाई पड़ती थी. वो अब दिखाई नहीं देगी. लोगों को सिर्फ अब एक सुंदर सी लाल सड़क दिखाई पड़ेगी. सड़कों पर पेड़ पौधे भी लगाए गये हैं जो इन सड़कों की शोभा बढ़ा रहे हैं.

नवंबर तक बचा हुआ काम खत्म हो जाने की उम्मीद
चांदनी चौक सर्व व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय भार्गव ने बताया, ‘चांदनी चौक पूरी तरह से बदलने जा रहा है. नवंबर तक बचा हुआ काम खत्म हो जाने की उम्मीद है. बाजार सुंदर होने से लोग आकर्षित होंगे और यहां के व्यापार में बढ़ोतरी होगी. इस बाजार में लोगों को अब सहूलियत हो जाएगी. पहले लोगों को परेशानी होती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. चौड़ी सड़कें और गाड़ियों के न होने से लोग आसानी से बाजार में घूम सकेंगे.’

उन्होंने कहा कि दिसम्बर 2018 से जनवरी 2020 तक अच्छा काम रहा, लेकिन लॉकडाउन की वजह से बाजार पर काफी प्रभाव पड़ा. लॉकडाउन के चलते यहां करीब 60 फीसदी दुकानें बंद हो चुकीं हैं. लेकिन हम उम्मीद करते हैं कि भविष्य में चांदनी चौक में अच्छा काम होगा.

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