कोरोनावायरस (Coronavirus) संकट के बीच भारत को समय पर राफेल जेट मिला सकेगा. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यह जानकारी दी. राजनाथ सिंह ने मंगलवार को कहा कि आज फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ले के साथ टेलीफोन पर बातचीत हुई. हमने COVID-19 की स्थिति, क्षेत्रीय सुरक्षा, भारत और फ्रांस के बीच द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को मजबूत करने पर सहमति जताने समेत साझा चिंताओं के मामलों पर चर्चा की.

उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, “हमने कोरोना महामारी से लड़ने में भारत और फ्रांस के सशस्त्र बलों द्वारा किए गए प्रयासों की भी सराहना की. फ्रांस ने COVID-19 महामारी से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद राफेल विमान की समय पर डिलीवरी सुनिश्चित करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया है.”

पिछले साल नवंबर में भारत सरकार ने संसद को बताया था कि तीन राफेल जेट विमान भारतीय वायु सेना को अब तक सौंपे गए हैं और उनका इस्तेमाल फ्रांस में वायुसेना के पायलट और तकनीशियनों को प्रशिक्षित करने में हो रहा है. भारत और फ्रांस ने सितंबर 2016 में 36 राफेल विमानों के लिए 7.87 अरब यूरो या करीब 59,000 करोड़ रुपये के समझौते पर दस्तखत किए थे. भारत को पहला राफेल विमान 8 अक्टूबर को सौंपा गया था.

सभी 36 राफेल जेट विमान सितंबर, 2022 तक भारत पहुंचने की उम्मीद है. उसके लिए भारतीय वायुसेना जरूरी बुनियादी ढांचा तैयारी करने और पायलटों को प्रशिक्षण देने समेत जरूरी तैयारियां कथित रूप से कर रही है.

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